Best one line Shayari on Life 140 Character
Best shayari in hindi font on life,mirza ghalib shayari in hindi font,love shayari in hindi font,best shayri in hindi,best funny shayri in hindi,funny shayri in hindi 140 character,bewafa shayari in hindi 140 character,dard bhari shayri,dard bhari shayri in hindi 2016.
दो मशहूर शायरों के अपने-अपने अंदाज…
पहले मिर्ज़ा गालिब...............
उड़ने दे इन परिंदों को आज़ाद फिजां में ‘गालिब’
जो तेरे अपने होंगे वो लौट आएँगे…..................
शायर इकबाल का उत्तर.......
ना रख उम्मीद-ए-वफ़ा किसी परिंदे से ….......
जब पर निकल आते हैं ….........
तो अपने भी आशियाना भूल जाते हैं.................
..................................................................+++++
आज की रात भी बीत जायेगी..
दिल की नजर फिर तरसती रह जायेगी..
कितने ही लम्हे गुजर गए
यूँ ही दिल मिले और बिछड़ गए..................
..................................................................+++++
याद आ रहा है
रह रहकर वो मंझर
मिलते थे तुम बहती नदी से
बनके प्यार का समन्दर................
..................................................................+++++
खंजर सा चुभता है सीने में
काँटा सा बन गया है जीने में
निकाला जाता नहीं, चैन आता नहीं....
..................................................................+++++
मेरे कड़वेपन को किसकी नजर है लगी
कोई मुझे भी मीठा नजर आने लगा है...........
..................................................................+++++
मौत की ख्वाहिश है बाकि
ज़िन्दगी की बेवफाई ने रुसवा कर दिया.....
..................................................................+++++
बीते कल की उलझी पहेली है वो
छोड़ गया मुझे, बेटियों को माँ
बाप का से बिछड़ने का बहुत
दुःख होता है।और माँ बाप के
दिल की तो क्या कहे
गर आज भी अकेली है वो......
..................................................................+++++
रहम-ए-खुदा जख्मों के लिए पैरहन-ए- पोलाद देना
तेरी खुदाई को सहना इंसानी खाल से क्या होगा ............
..................................................................+++++
ए साखी तेरे शुक्रगुज़ार हैं सारे रिंद के
तेरी शराब ने उनके होश की हिफाज़त की..........
..................................................................+++++
बेटियों को माँ
बाप का से बिछड़ने का बहुत
दुःख होता है।और माँ बाप के
दिल की तो क्या कहे...................
..................................................................+++++
जो तुम्हे कभी-कभी याद आते हैँ..!
हो सके तो मुझे..
उन लोगो मेँ ही शुमार कर लेना................
..................................................................+++++
आग लगी थी मेरे घर को
एक सच्चे दोस्त ने पूछा :-
"क्या बचा है ?"
..................................................................+++++
मैने कहा :-
"मैं बच गया हूँ !"
उसने गले लगाकर कहा :-
"फिर जला ही क्या है...................
.......................................................................................+++++
सिर्फ चेहरा ही नहीं शख्सियत भी पहचानो ,
जिसमें दिखता हो वही आईना नहीं होता............
..................................................................+++++
मेरे अलावा किसी और को अपना महबूब बना
कर देख ले
तेरी हर धडकन तुझसे ये खुद कहेगी उसकी
वफा मे कुछ और बात थी,,.....................
..................................................................+++++
बरबाद करना ही था तो
किसी और तरीके से करते..
जिंदगी बनकर हमारी
जिँदगी ही छीन ली तुमन........................
..................................................................+++++
तु मेरी जिन्दगी ले ले वो भी सह लूगां..............
लेकिन ये तो बता इस मासूम कि "क्या" गलती!!..................
..................................................................+++++
एक बार सब उठकर वोट क्या डाल आए है, इतनी बेचैनी!!
साठ साल तक तो सब कुम्भकरण बने हुए थे... इधर साठ महीने भी सब्र नही रख पा रहे
....................................................................................+++++
अजब सिलसिला है बीतती रातों का यहाँ !
आँखो में कभी ख़वाब रहा, कभी ख्याल रहा................
..................................................................+++++
अशांत आत्मा नहीं मन है__फिर इतने शोर में उत्तर सुनेगा कौन__अपने प्रश्नों के उत्तर चाहिए तो मौन चाहिए__भीतर मन का__विचारों का..............
...................................................................................+++++
एक कुँवारे की आत्मकथा~ मैं सिंगल खुश रहता हूँ जबतक कि किसी सुखी कपल को या कोई रोमांटिक मूवी/ सुंदर लड़की नहीं देखता या कोई लव सॉन्ग न सुनूँ
.........................................................................................+++++
अगर आपकी बीवी को भूत पकड़ ले, तो आप क्या करोगे?
मैंने क्या करना है ?..गलती भूत की है, खुद ही भुगतेगा
.............................................................................................+++++
प्रश्न पूछने वाले तीन तरह के होते हैं
1एवें_बाल जिज्ञासा_पत्ते हरे क्यूँ?
2खुद की जानकारी को क्रास चेक करना
3सामने वाले की बुद्धि परीक्षा...............
.........................................................................................+++++
इतनी खुशी काफी है खुदाया जिंदगी तेरी बेखुदी के जात के ग़म सुबह शाम पीता हूँ....
आमीन कहता हूँ...................
दो मशहूर शायरों के अपने-अपने अंदाज…
पहले मिर्ज़ा गालिब...............
उड़ने दे इन परिंदों को आज़ाद फिजां में ‘गालिब’
जो तेरे अपने होंगे वो लौट आएँगे…..................
शायर इकबाल का उत्तर.......
ना रख उम्मीद-ए-वफ़ा किसी परिंदे से ….......
जब पर निकल आते हैं ….........
तो अपने भी आशियाना भूल जाते हैं.................
..................................................................+++++
आज की रात भी बीत जायेगी..
दिल की नजर फिर तरसती रह जायेगी..
कितने ही लम्हे गुजर गए
यूँ ही दिल मिले और बिछड़ गए..................
..................................................................+++++
याद आ रहा है
रह रहकर वो मंझर
मिलते थे तुम बहती नदी से
बनके प्यार का समन्दर................
..................................................................+++++
खंजर सा चुभता है सीने में
काँटा सा बन गया है जीने में
निकाला जाता नहीं, चैन आता नहीं....
..................................................................+++++
मेरे कड़वेपन को किसकी नजर है लगी
कोई मुझे भी मीठा नजर आने लगा है...........
..................................................................+++++
मौत की ख्वाहिश है बाकि
ज़िन्दगी की बेवफाई ने रुसवा कर दिया.....
..................................................................+++++
बीते कल की उलझी पहेली है वो
छोड़ गया मुझे, बेटियों को माँ
बाप का से बिछड़ने का बहुत
दुःख होता है।और माँ बाप के
दिल की तो क्या कहे
गर आज भी अकेली है वो......
..................................................................+++++
रहम-ए-खुदा जख्मों के लिए पैरहन-ए- पोलाद देना
तेरी खुदाई को सहना इंसानी खाल से क्या होगा ............
..................................................................+++++
ए साखी तेरे शुक्रगुज़ार हैं सारे रिंद के
तेरी शराब ने उनके होश की हिफाज़त की..........
..................................................................+++++
बेटियों को माँ
बाप का से बिछड़ने का बहुत
दुःख होता है।और माँ बाप के
दिल की तो क्या कहे...................
..................................................................+++++
जो तुम्हे कभी-कभी याद आते हैँ..!
हो सके तो मुझे..
उन लोगो मेँ ही शुमार कर लेना................
..................................................................+++++
आग लगी थी मेरे घर को
एक सच्चे दोस्त ने पूछा :-
"क्या बचा है ?"
..................................................................+++++
मैने कहा :-
"मैं बच गया हूँ !"
उसने गले लगाकर कहा :-
"फिर जला ही क्या है...................
.......................................................................................+++++
सिर्फ चेहरा ही नहीं शख्सियत भी पहचानो ,
जिसमें दिखता हो वही आईना नहीं होता............
..................................................................+++++
मेरे अलावा किसी और को अपना महबूब बना
कर देख ले
तेरी हर धडकन तुझसे ये खुद कहेगी उसकी
वफा मे कुछ और बात थी,,.....................
..................................................................+++++
बरबाद करना ही था तो
किसी और तरीके से करते..
जिंदगी बनकर हमारी
जिँदगी ही छीन ली तुमन........................
..................................................................+++++
तु मेरी जिन्दगी ले ले वो भी सह लूगां..............
लेकिन ये तो बता इस मासूम कि "क्या" गलती!!..................
..................................................................+++++
एक बार सब उठकर वोट क्या डाल आए है, इतनी बेचैनी!!
साठ साल तक तो सब कुम्भकरण बने हुए थे... इधर साठ महीने भी सब्र नही रख पा रहे
....................................................................................+++++
अजब सिलसिला है बीतती रातों का यहाँ !
आँखो में कभी ख़वाब रहा, कभी ख्याल रहा................
..................................................................+++++
अशांत आत्मा नहीं मन है__फिर इतने शोर में उत्तर सुनेगा कौन__अपने प्रश्नों के उत्तर चाहिए तो मौन चाहिए__भीतर मन का__विचारों का..............
...................................................................................+++++
एक कुँवारे की आत्मकथा~ मैं सिंगल खुश रहता हूँ जबतक कि किसी सुखी कपल को या कोई रोमांटिक मूवी/ सुंदर लड़की नहीं देखता या कोई लव सॉन्ग न सुनूँ
.........................................................................................+++++
अगर आपकी बीवी को भूत पकड़ ले, तो आप क्या करोगे?
मैंने क्या करना है ?..गलती भूत की है, खुद ही भुगतेगा
.............................................................................................+++++
प्रश्न पूछने वाले तीन तरह के होते हैं
1एवें_बाल जिज्ञासा_पत्ते हरे क्यूँ?
2खुद की जानकारी को क्रास चेक करना
3सामने वाले की बुद्धि परीक्षा...............
.........................................................................................+++++
इतनी खुशी काफी है खुदाया जिंदगी तेरी बेखुदी के जात के ग़म सुबह शाम पीता हूँ....
आमीन कहता हूँ...................
Comments
Post a Comment